Gopaldas Neeraj is my favorite Hindi poet, and I consider myself fortunate that I got the opportunity to hear him recite his poems in a Kavi Sammelan may years back.
Neeraj made a mark in Hindi film music by writing lyrics for many of the songs, but as a poet, he was never really excited by his film work, the literary creations used to give him more satisfaction.
I am a big fan of his landmark song - Karvan Guzar Gaya and have sung it as well.
Neeraj had a very distinct style of poetry. Hidden behind the simple and beautiful words of his poems, often there is deep meaning and wisdom. Here is my attempt to decipher some of his verses.
Get rid of excess baggage if you want to be happy.
जितना कम सामान रहेगा
उतना सफर आसान रहेगा
जितनी भारी गठरी होगी
उतना तू हैरान रहेगा
Learn to face a difficult situation as a challenge.
जिस वक़्त जीना गैर मुमकिन सा लगे
उस वक़्त जीना फर्ज़ है इंसान का
लाज़िम लहर के साथ है तब खेलना
ज़ब हो समन्दर पे नशा तूफान का
Don’t have any regret about past.
जीवन कटना था, कट गया
अच्छा कटा, बुरा कटा
यह तुम जानो
मैं तो यह समझाता हूँ
कपडा पुराना एक फटना था, फट गया
जीवन कटना था, कट गया
The irony of life – we don’t know ourselves.
तमाम उम्र मैं एक अजनबी के घर मे रहा
सफर न करते हुये भी किसी सफर मे रहा
Religion should preach humanity and brotherhood.
अब तो मजहब कोइ ऎसा चलाया जाये
जिसमे इंसान को इंसान बनाया जाये
जिसकी खुशबू से महक जाये पडोसी का भी घर
फूल इस किस्म का आँगन मे खिलाया जाये
Spare a thought for the underprivileged.
जलाओ दिये पर रहे ध्यान इतना
अंधेरा धरा पर कहीं रह न जाये
How romantic!
जब चले जायेंगे लौट के सावन की तरह
याद आयेंगे प्रथम प्यार के चुंबन की तरह
ज़िक्र जिस दम भी छिडा उनकी गली मे मेरा
जाने शर्माये वो क्यों गांव की दुल्हन की तरह