I enjoy watching movies, mostly due to their entertainment value, but occasionally there are good movies like Chak De India, Lagaan, Munna Bhai MBBS, 3 Idiots, Koshish, Gandhi, Iqbal etc that are a source of inspiration as well. At times, such movies fare much better in getting the message across than serious books since heavy dosage of serious stuff is more easily palatable when served garnished with light entertainment.
Here is a compilation of Hindi movie songs that have inspirational thoughts. Help me grow this list by sending me your favorite songs that inspire.
रात जितनी भी संगीन होगी, सुबह उतनी ही रंगीन होगी
रात भर का है मेहमान अँधेरा, किसके रोके रुका है सवेरा
हो कितनी भी लम्बी रात दिया बन जलते जाना रे
जो राह चुनी तूने उसी राह पे राही चलते जाना रे
न मुह छुपा के जियो, और न सर झुका के जियो
गमो का दौर भी आये तो मुस्कुरा के जियो
ज़िन्दगी की यही रीत है, हार के बाद ही जीत है
सूरज न बन पाए तो, बनके दीपक जलता चल
फूल मिले या अंगारे, सच की राह पे चलता चल
आदमी चाहे तो तकदीर बदल सकता है, सारी दुनिया कि वो तस्वीर बदल सकता है
आदमी सोच तो ले उसका इरादा क्या है
हम मेहनत वालो ने जब भी मिलकर कदम बढाया
सागर ने रास्ता छोड़ा पर्वत ने शीश झुकाया
माना तूफ़ान के आगे, नहीं चलता जोर किसी का
मौजो का दोष नहीं है ये दोष है और किसी का
रूक जाना नहीं तू कहीं हार के, काटों से चलके मिलेंगे साये बहार के
ओ राही ओ राही
यह न समझो इसमें अपनी हार है के जीत है
उसे अपना लो जो भी जीवन की रीत है
तेरे गिरने में भी तेरी हार नहीं, के तू आदमी है अवतार नहीं
अल्लाह के बन्दे हंस दे जो भी हो फिर कल आएगा
क्यूँ हम बहारो से खुशियाँ उधार ले
क्यूँ न मिल के खुद ही हम अपना जीवन सवार लेँ
चक दे चक दे चक दे, चक दे सारे गम
चक दे चक दे चक दे, तेरे संग हैं हम
हे अदिति माना कभी कभी सारे जहाँ में अँधेरा होता है
लेकिन रात के बाद ही तो सवेरा होता है
ये मत सोच कि जिंदगी में कितने पल है
ये देख कि हर पल में कितनी जिंदगी है (मुन्ना भाई)
Here is a compilation of Hindi movie songs that have inspirational thoughts. Help me grow this list by sending me your favorite songs that inspire.
रात जितनी भी संगीन होगी, सुबह उतनी ही रंगीन होगी
रात भर का है मेहमान अँधेरा, किसके रोके रुका है सवेरा
हो कितनी भी लम्बी रात दिया बन जलते जाना रे
जो राह चुनी तूने उसी राह पे राही चलते जाना रे
न मुह छुपा के जियो, और न सर झुका के जियो
गमो का दौर भी आये तो मुस्कुरा के जियो
ज़िन्दगी की यही रीत है, हार के बाद ही जीत है
सूरज न बन पाए तो, बनके दीपक जलता चल
फूल मिले या अंगारे, सच की राह पे चलता चल
आदमी चाहे तो तकदीर बदल सकता है, सारी दुनिया कि वो तस्वीर बदल सकता है
आदमी सोच तो ले उसका इरादा क्या है
हम मेहनत वालो ने जब भी मिलकर कदम बढाया
सागर ने रास्ता छोड़ा पर्वत ने शीश झुकाया
माना तूफ़ान के आगे, नहीं चलता जोर किसी का
मौजो का दोष नहीं है ये दोष है और किसी का
रूक जाना नहीं तू कहीं हार के, काटों से चलके मिलेंगे साये बहार के
ओ राही ओ राही
यह न समझो इसमें अपनी हार है के जीत है
उसे अपना लो जो भी जीवन की रीत है
तेरे गिरने में भी तेरी हार नहीं, के तू आदमी है अवतार नहीं
अल्लाह के बन्दे हंस दे जो भी हो फिर कल आएगा
क्यूँ हम बहारो से खुशियाँ उधार ले
क्यूँ न मिल के खुद ही हम अपना जीवन सवार लेँ
चक दे चक दे चक दे, चक दे सारे गम
चक दे चक दे चक दे, तेरे संग हैं हम
हे अदिति माना कभी कभी सारे जहाँ में अँधेरा होता है
लेकिन रात के बाद ही तो सवेरा होता है
ये मत सोच कि जिंदगी में कितने पल है
ये देख कि हर पल में कितनी जिंदगी है (मुन्ना भाई)
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