Secret of Success


To be successful at anything, mere intent to do it is not adequate; it needs a lot more effort and hard work. I came across this beautiful article recently with simple and sound advice on what does it take to succeed in anything that you set out to do. I believe this advice can particularly help students in improving their odds of success at studies:  

किसी भी काम की सफलता के पीछे कई चीज़ों का सहारा होता है। केवल एक काम करने का फैसला कर लेना ही उसके परिणाम को सफलता के शिखर तक पहुंचाने के लिए कारगर साबित नहीं होता, बल्कि उसके साथ कई भाव जुड़े होते हैं। क्या हैं वे भाव जो बनाते हैं किसी काम को सफल :

काम पर ध्यान
(Concentration)
यह देखना अहम है कि आप काम को कितने ध्यान से करते हैं और उसे किस रूप में बदलते हैं। सबसे जरूरी है, आप उस काम को करने के लिए अपने भीतर कितनी एकाग्रता लाते हैं क्योंकि एकाग्रता ऐसा पड़ाव है जो किसी भी काम को सफल या असफल बनाने के लिए जिम्मेदार होता है।

ठान लेने की आदत (Determination)
अगर आपकी एकाग्रता कम है, तो काम को असफल होने से कोई नही रोक सकता। अगर आप दुनिया-जहान को भूलकर अपने काम में डूबे हुए हैं, पूरी एकाग्रता के साथ उसे पूरा करने का निश्चय बनाए बैठे हैं तो एक अच्छा नतीजा आपको मिलेगा ही।

फोकस जरूरी (Focus)
अक्सर लोग काम करते समय यह नहीं समझ पाते कि इतना वक्त देने के बावजूद भी काम पूरा क्यों नहीं हो रहा है। इसका सबसे बड़ा कारण है फोकस की कमी। फर्ज कीजिए आप घर बैठे हैं और अचानक आपको ऑफिस का कोई अर्जेंट काम करना पड़े। घर में ढेर सारे रिश्तेदार भी आए हुए हैं। ऐसे में आप काम करने बैठ तो गए, लेकिन पूरा नहीं कर पा रहे हैं। यही काम अगर आप ऑफिस में बैठकर करते तो शायद 5 मिनट में खत्म हो जाता। ऐसा क्यों/ क्योंकि ऑफिस में पूरी तरह से फोकस होकर काम कर पाते हैं।

दिमाग रखें शांत (Quiet Mind)
कभी यह ना भूलें कि एकाग्रता आप तभी बनाए रख सकते हैं, जब आपका दिमाग शांत हो और किसी प्रकार की कोई परेशानी न हो। अगर आप किन्हीं कारणों से दुखी हैं, घर-परिवार की कोई परेशानी या फिर लाइफ पार्टनर के साथ हुआ मतभेद दिमाग में घूम रहा है तो आप काम नहीं कर पाएंगे। सबसे पहले आपको दिमाग शांत करने की जरूरत है। इसके लिए या तो आप उन मतभेदों को सुलझा लें या खुद ही दिमाग को इस प्रकार से स्थिर बनाएं कि आपका ध्यान उन बातों पर जा ही ना सके।

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