तन्हाई का आलम


 उसके दुश्मन है बहुत आदमी अच्छा होगा,

वो भी मेरी ही तरह शहर मे तन्हा होगा  - बशीर बद्र् 


अच्छा सा कोई मौसम तन्हा सा कोई आलम,

हर वक़्त का रोना भी बेकार का रोना ह - निदा फाज़िली


 तुम नही गम नही शराब नही, 

ऎसी तनहाई का जवाब नही - सईद राही


 न मिट सकेगी ये तन्हाईया मगर ए दोस्त,

जो तू भी हो तो तबियत ज़रा बहल जाये - मजरूह


 मै तन्हा था मै तन्हा हू, 

तुम आओ तो क्या न आओ तो क्या - अलीम

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