Popular Masterpieces by Qateel Shifai


Did you know that Qateel Shifai has written the following popular shers:   

जब भी जी चाहे एक नयी सूरत बना लेते हैं लोग
एक चेहरे पे कई चेहरे लगा लेते हैं लोग 

इक धूप सी जमी है निगाहों के आस पास
ये आप हैं तो आप पे कुर्बान जाइये 

तुम पूछो और मैं ना बताऊँ, ऐसे तो हालात नहीं
इक ज़रा  सा दिल टूटा  है, और तो कोई बात नहीं

वो दिल ही क्या जो तेरे मिलने की दुआ न करे
मैं तुझको भूल कर जिंदा रहूँ खुदा न करे

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सितम तो ये है के वो भी न बन सका अपना
कबूल हमने किये जिसके गम ख़ुशी की तरह

बेरुखी इससे बड़ी और भला क्या होगी
एक मुद्दत से हमें उसने सताया ही नहीं

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